India is my country and all Indians are my brothers and sisters.
I love my country and I am proud of its rich and varied heritage.
I shall strive to be worthy of it.
I shall give my parents, teachers and all elders respect
and treat everyone with courtesy.
To my country and my people, I pledge my devotion.
In their well-being and prosperity alone lies my happiness.
We shall overcome
We shall overcome
Oh! Deep in my heart
I do believe
That we shall overcome someday
We’ll walk hand in hand
We’ll walk hand in hand
We’ll walk hand in hand someday
Oh! Deep in my heart I do believe
That we shall overcome someday
We shall live in peace.
We shall live in peace.
We shall live in peace someday
Oh! Deep in my heart I do believe
That we shall overcome someday
Lord ! we pray for golden peace,
Peace all over the land;
May all men dwell in liberty,
All walking hand in hand.
Chorus
Banish fear and ignorance,
Hunger, thirst and pain;
Banish hate and poverty,
Let no man live in vain.(2)
Keep all men forever one,
One in love and grace;
And wipe away all war and strife,
Give freedom to each race.
O God!
You are the truth and the origin of all knowledge.
Bless our studies which we consecrate to you.
Enlighten our minds, strengthen our memories
and direct our wills towards what is right.
Grant us to seek truth always and make us truly wise.
Amen
O my God!
I love you.
I am sorry for offending you.
I promise to be good.
Please help me and
keep me safe from all dangers.
Amen
Bless us O! Lord!
And these your gifts
Which we are about to receive
From your bounty
Bless us O! Lord!
Amen
We thank you O! Lord!
For the food just eaten
We thank you O! Lord!
For the gifts You have given
We thank you O! Lord!
Amen
ik onkar waheguru ji ke fateh
vaar siri bhagauatti ji ki paattshaahi dasmi
prithm bhagautti simar kay gur nanak laee(n) dhiaae
phir angad gur tte amardas(u) ramdasay hoi sahai
arjun hargobind no simrau siri har rai
siri harkrishan dhiaaeeay jisDiThe sabh dukh jaae
teg bahadur simri-ay ghar nau nidh aavay dhaae
sabh thaai(n) hoe sahai
dasvaa(n) paattshah siri guru gobind singh sahib jisabh thaai(n) hoe sahai da
paatshaahiaa(n) di jotsiri guru granth sahib ji di path didar da dhiaan dhar ke bolo ji shri waheguru.
panjaa(n) piyaaariaa(n), chauhaa(n) sahibzaadiaa(n), chaaliaa (n) muktiaa(n), ha Thaiaa(n), jupiaa(n), ttapiaa(n), jinaa(n)h ttera naam jupiaa, va(n)D chhakiaa, deg chalaaee, teg vaahi, deg ke anDiTh keetta, ttinaa(n)h piyaariaa(n), sachiaariaa(n) di kamaai da dhiaan dharke, khalsa ji, bolo ji shri waheguru.
jinaa(n)h singhaa(n) singhmeeaa(n) nay dharam hetu sees dittay, ba(n)d ba(n)d kaTaa-ay, khopriaa(n) luhaaiaa(n), charkhiaa(n) ttay charhay, aaray-aa(n) naal chiraa-ay gae, gurdwariaa(n) di seva laee kurbanniaa keettiaa(n), dharam rahee(n) hariaa, sikhi kesaa(n) suaassaa(n) naal nibhani ttinaa(n) di kamaai da dhiaan dharkey, khalsa ji bolo ji shri waheguru.
prithmay sarbatt khalsa ji ki ardass haY ji, sarbatt khalsa ji ko waheguru waheguru waheguru chitt aavay, chitt aavan ka sadkaa sarab sukh hovay. jahaa(n) jahaa(n) khalsa ji sahib,
ttahaa(n) ttahaa(n) rachhiaa riaa-aytt,
deg-tteg fatteh, birdh ki paYj, panth ki jeet, siri sahib ji sahaai khalsa ji kay bol baalay bolo ji shri waheguru.
Sikhaa(n) noo(n) sikhi daan, des daan, raYhatt daan, bibayk daan, visaah daan, bharosa daan, daanaa(n) sir daan, naam daan, siri amritsar ji day darshan ishnaan, chau(n)kiaa(n), jha(n)Day, bungay, jugo jug aTall dharam ka jaYkaar, bolo ji shri waheguru.
He nimaneya di maan, nitaneya di taan, neouteya di oaat, waheguru sahib je dar te ardaas hae jee (aap ji di baani padh diyaan anek prakas diyaan bhula stte galteeyaan hoyiaan hon kiya, anjan bache jan ke maaf karna, Aaaje to shudh te spasht baani. Aap bhala koat shookar hae jee. Sai peyare melioo jenha boleya tera naam
cheyat awe naam chardi kalaah tera bhaneh sarbat da bhalla.
WAHEGURU ji ka khalsa, WAHEGURU ji ki fateh!!!
Aagyaa Bhaee Akaal Kee! Sab chalayo panth!!
Sab sikha(n) ko hukam hai! Guru manyo Granth!!
WAHEGURU ji ka khalsa, WAHEGURU ji ki fateh!!!
BOLAY SO(N) NIHAAL, SAT SIRI AKAL
इतनी शक्ति हमें देना दाता,
मन का विश्वास कमज़ोर हो ना
हम चलें नेक रास्ते पे हम से,
भूलकर भी कोई भूल हो ना।
दूर अज्ञान के हों अंधेरे, तू हमें ज्ञान की रोशनी दे
हर बुराई से बचते रहें हम, जितनी भी दे भली जिन्दगी
बैर हो ना किसी का किसी से, भावना मन में बदले की हो ना
हम चलें नेक......
हम ना सोचें हमें क्या मिला हैं,
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण
फूल खुशियों के बाँटे सभी को,
सबका जीवन ही बन जाये मधुबन
अपनी करुणा का जल तू ही बहा के,
कर दे पावन हर एक मन का कोना
हम चलें नेक......
जन-गण-मन अधिनायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता
पंजाब, सिन्ध, गुजरात, मराठा,
द्राविड़ , उत्कल, बंग
विंध्य, हिमांचल, यमुना, गंगा,
उच्छल जलधि तरंग
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष मांगे
गाहे तव जय गाथा
जन-गण-मंगलदायक जय हे,
भारत भाग्य विधाता
जय हे! जय हे! जय हे!
जय, जय, जय, जय हे।
वन्दे मातरम्
सुजलाम् सुफलाम् मलयज
शीतलाम् ।
शस्य श्यामलाम् मातरम् ।
वन्दे मातरम् ।।
शुभ्रज्योत्सनापुलकिंतयामिनीम् ।
फुल्लकुसुमित द्र्रमदल शोभिनीम् ।
सुहासीनीम् सुमधुर भाषिणीम् ।
सुखदाम् वरदाम मातरम् ।
वन्दे मातरम् ।।
Gayatri Mantra (the mother of the Vedas), the foremost mantra in hinduism and hindu beliefs, inspires wisdom.Its meaning is “May the Almighty God illuminate our intellect to lead us along the righteous path”.
ओउम् भूभर्वः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं,
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।
Oh God! Thou art the Giver of Life,
Remover of pain and sorrow,
The Bestower of happiness.
Oh! Creator of the Universe,
May we receive thy supreme sin-destroying light,
May Thou guide our intellect in the right direction.
हे प्राण स्वरुप दुःख हर्ता, सर्व व्यापक, आनन्द को देने वाले प्रभु। आप सर्वज्ञ और सकल जगत के उत्पादक हैं। हम आपके उस पूजनीयतम, पापनाशक, शुद्ध स्वरुप तेज का ध्यान करते हैं, जो हमारी बु़िद्धयों को सत्कर्मो में प्रेरित करें, ऐसी हमारी प्रार्थना है।
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी,
जिन्दगी शम्मा की सूरत हो खुदाया मेरी
दूर दुनिया का मेरे दम से अंधेरा हो जाए,
हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाए।
ओ मेरे अल्लाह बुराई से बचाना मुझको,
नेक जो राह है उसी राह पे चलाना मुझको
हो मेरे दम से यँूही मेरे वतन की जीनत,
जिस तरह फूल से होती है चमन की जीनत।
हो मेरा काम गरीबों की हिमायत करना,
दर्दमन्दों व शरीफांे की हिफाजत करना
लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी,
जिन्दगी शम्मा की सूरत हो खुदाया मेरी।।
प्रभु का धन्यवाद करुँगा
उसकी संगति में सदा रहूँगा
साथ चलूँगा मैं जय जरुर पाऊँगां।
न देगी मुझे दुनिया कभी भी
कोई सुख और शान्ति आराम
मेरे यीशु के साथ धन्य संगति में
सदा मिलती खुशी मुझको।
मेरी ज़िन्दगी की हर परेशानी में
खुल जाता है आशा का द्वार
कभी न डरुँगा कभी न हटँूगा
चाहे जान भी देना पड़े।
कितना अच्छा है वो कितना धन्य है वो
यीशु ही मेरे जीवन का साथी
मेरी जरुरतों को पूरी करता है वो
कोई घटी नही मुझको !
मेरी आयु के दिन, पग-पग में सदा
तेरी सेवा तो पूरी करुँगा
एक बत्ती समान जलता रहूँगा
तेरी महिमा मेरी कामना !
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम, ऐसे हों हमारे करम
नेकी पर चलें और बदी से टलें ताकि हंसते हुए निकले दम।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम....................।
ये अन्धेरा घना छा रहा, तेरा इन्सान घबरा रहा।
सो रहा बेखबर, कुछ न आता नजर, सुख का सूरज छिपा जा रहा।
है तेरी रोशनी में जो दम, तू अमावस को कर दे पूनम।
नेकी पर चलें....................।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम........
जब जुल्मों का हो सामना, तब तू ही हमें थामना।
वो बुराई करें, हम भलाई करें, नही बदले की हो भावना।
बढ़ उठे प्यार का हर कदम, और मिटे बैर का यह भरम।
नेकी पर चलें....................।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम........
बड़ा कमजोर है आदमी, अभी लाखों हंै इसमें कमी।
पर तू जो खड़ा, है दयालु बड़ा, तेरी कृपा से धरती थमी।
दिया तूने हमें जब जनम, तू ही ले लेगा हम सब के गम।
नेकी पर चलें और बदी से टलें ताकि हंसते हुए निकले दम।
ऐ मालिक तेरे बन्दे हम....................।
तेरी है जमीं, तेरा आसमां
तू बड़ा मेहरबां, तू बख्शीश कर,
सभी का है तू, सभी तेरे
खुदा मेरे, तू बख्शीश कर ।
तेरी है जमीं.......................
तेरी मर्जी से ऐ मालिक,
हम इस दुनिया में आये हैं ।
तेरी रहमत से हम सबने,
यह जिस्म और जान पाये हैं ।
तू अपनी नजर हम पर रखना
किस हाल में हंै, ये खबर रखना,
तेरी है जमीं............................
तू चाहे तो हमें बख्शे,
तू चाहे तो हमें मारे,
तेरे आगे झुकाके सिर,
खड़े हैं आज हम सारे ।
ओ सबसे बड़ी ताकत वाले,
तू चाहे तो हर आफत टाले ।
तेरी है जमीं...........................
हे शारदे मां, हे शारदे मां
अज्ञानता से हमें तार दे मां ।.................2
तू स्वर की देवी है संगीत तुझसे,
हर शब्द तेरा है हर गीत तुझसे,
हम हैं अकेले हम हैं अधूरे,
तेरी शरण में हमें प्यार दे मां।
हे शारदे मां...........................
मुनियों ने समझी गुणियों ने जानी,
वेदों की भाषा पुराणों की वाणी,
हम भी तो समझें हम भी तो जानें,
विद्या का हमको भी अधिकार दे मां।
हे शारदे मां...........................
तू श्वेतवर्णी कमल पे विराजे,
हाथों में वीणा मुकुट सिर पे साजे,
मन से मिटा दो गमों के अंधेरे,
उजालों का हम को भी संसार दो मां।
हे शारदे मां...........................